रांची. झारखंड के चाईबासा जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में आईडी की चपेट मे आकर सीआरपीएफ 60 बटालियन के बम निरोधक दस्ते के कांस्टेबल संतोष उरांव शहीद हो गए. वहीं सीआरपीएफ 60 बटालियन के सेकंड इन कमांड एजेतो तिने और कांस्टेबल जयंता नाथ बुरी तरीके से घायल हो. ब्लास्ट की ये घटना झारखंड के चाईबासा जिला के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के हाथीबेड़ा की है.
आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ 60 बटालियन का एक कांस्टेबल शहीद हो गया जबकि दो अन्य घायल हुए हैं. घायलों में सीआरपीएफ 60 बटालियन के सेकंड इन कमांड एजेतो तिने और कांस्टेबल जयंता नाथ शामिल हैं. दोनो घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है. मिली जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ 60 बटालियन के सेकंड इन कमान एजेतो तिने अपने साथ बम निरोधक स्कॉयड को लेकर चाईबासा के गोईलकेरा थाना क्षेत्र के हाथी बेड़ा जंगल में आईईडी क्लीन करने के लिए निकले थे.
सूचना मिली थी कि इस इलाके में नक्सलियों के द्वारा बड़े पैमाने पर आईईडी जमीन के नीचे लगा कर रखा गया है. सूचना पर कारवाई करते हुए आईईडी निकालने का काम चल ही रहा था कि अचानक एक आईईडी में ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट की वजह से मौके पर मौजूद बीडीडीएस टीम के सन्तोष उरांव को गंभीर चोटें आई, जबकि दो अन्य भी इसमें घायल हो गए. इस दौरान जख्मी संतोष उरांव शहीद हो गए. संतोष उरांव झारखंड के गुमला जिले के घाघरा के तुरियानडीह गांव के रहने वाले थे.
उनका जन्म 10 सितम्बर 1991 को हुआ था और crpf के 94 बटालियन मे 2014 मे उन्होने जॉइन किया था. 2022 मे ही वो crpf के 60 बटालियन से जुड़े थे. वर्तमान में वो सीआरपीएफ 60 बटालियन में बम निरोधक दस्ते में कार्यरत थे. शहीद की श्रद्धांजलि का आयोजन शुक्रवार को crpf के 133 बटालियन मे किया गया. इस दौरान राज्यपाल, मुख्यमंत्री के साथ साथ झारखंड पुलिस और crpf के वरीय अधिकारियों ने संतोष को नम आंखों से विदाई दी.
बता दें कि शुक्रवार को विस्फोट की सूचना मिलते हैं आनन-फानन में सीआरपीएफ के जवानों ने तीनों घायलों को जंगल से सुरक्षित बाहर निकाल कर हेलीपैड तक पहुंचाया, जहां हेलीकॉप्टर के माध्यम से दो सीआरपीएफ जवानों को रांची भेज दिया गया जबकि एक घायल का इलाज चाईबासा में ही किया जा रहा है.
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पहले प्रकाशित : 18 नवंबर, 2023, शाम 5:32 बजे IST